मान्यवर,
मानव शरीर नश्वर है मृत्यु के बाद भी आपके शारीर के अंग दूसरे के
माध्यम से संसार को महसूस कर सकते हैं | यदि आप मरणोपरांत अपनी आंख
दान देने का संकल्प लेते हैं तो आपकी आंखे किसी नेत्रहीन की जीने का सहारा
बन सकती हैं |
अतः आज ही नेत्रदान करने का संकल्प लेकर भारत से अंधापन दूर करने
का प्रयास करें | बिहार भारत के अन्य राज्यों से नेत्रदान / अंगदान के मामले में
काफी पीछे है, दधिची देह दान समिति इस प्रयास में अग्रसर है कि बिहार इस
क्षेत्र में देश स्तर पर अग्रणी भूमिका निभाए |
पटना के आईo जीo आईo एमo एसo में आँख दान एवं आँख प्रत्यारोपण की
व्यवस्था हो गयी है | अब लोगों को आँख दान या आँख प्रत्यारोपण हेतु बिहार से
बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है |